-
1198
छात्र -
1042
छात्राएं -
69
कर्मचारीशैक्षिक: 63
गैर-शैक्षिक: 6
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।

विद्यालय के बारे में
उत्पत्ति
केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 1 जीसीएफ जबलपुर ने 1966 में एक अस्थायी भवन में कक्षा I से V तक के लिए काम करना शुरू किया। बाद में स्कूल को अपने भवन में स्थानांतरित कर दिया गया।
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना ...... ..
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
प्रत्येक छात्र के सुनने के कौशल में सुधार
सुनने का कौशल ........
संदेश

आयुक्त, सुश्री प्राची पांडेय, आईए & एएस

श्री दिग्ग राज मीणा
उपायुक्त
छात्रों के लिए असीमित आकाश में उच्च उड़ान हेतु शिक्षा को विभिन्न क्षेत्रों में सही मूल्यों के साथ सही दिशा में लाने का प्रयास होना चाहिए। बच्चों को इस जटिल दुनिया की समस्याओं एवं चुनौतियों का सामना करने हेतु तैयार करना चाहिए। उनमें सहनशीलता, करुणा एवं कमजोर के लिए सहानुभूति का भाव होना चाहिए। हम ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां पर्याप्त जानकारी तो उपलब्ध है, किन्तु इसे समझने एवं लाभकारी ढ़ंग से प्राप्त करने की क्षमता शिक्षा से ही प्राप्त होती है। हमें केन्द्रीय विद्यालय संगठन के संस्थानों में इस दृष्टिकोण और अत्यंत कठिन मिशन को पूरा करने हेतु प्रशासक, शिक्षक एवं सलाहकार की भूमिका के रूप में कार्यभार सौंपा गया है। हमारा प्रयास शिक्षा को आनंदप्रद और सार्थक बनाना है। हम शैक्षिक परिवर्तनों को शामिल करने, प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने, महत्वपूर्ण विचार कौशल विकसित करने, ज्ञान के लिए एक खोज उत्पन्न करने के लिए प्रयत्नशील है। ऊंचा उदय मानव प्रकृति है लेकिन मानवीय मूल्यों में उचित प्रशिक्षण के बिना, हम इन्हें स्वतंत्र उड़ान हेतु पंख देने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। युवाओं का चरित्र राष्ट्रीय सेवा और विकास हेतु परिपूर्ण बनाने के लिए विज्ञान और आध्यात्मिकता को सामंजस्यपूर्ण रूप से मिश्रित किया जाना चाहिए। यह मेरा विश्वास है कि सही दृष्टिकोण और सम्मिलित कार्य के साथ जबलपुर क्षेत्रीय कार्यालय में उत्कृष्टता के लिए गणना एवं खोज के लिए बल विकसित होगा,जोकि मुश्किल होने के साथ असंभव नहीं हैं। माँ के शब्दों में, “हमेशा पूर्णता के लिए प्रयास करना चाहिए और आज के पूर्णता के विशिष्ट स्तर को आज तक कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि कोई कल कम से कम एक कदम तक पहुंचता है।”
और पढ़ें
श्री रजनीश कुमार सिंघाई
प्राचार्य
“शिक्षा का कार्य किसी को गहनता से और समालोचनात्मक रूप से सोचना सिखाना है। बुद्धि और चरित्र - यही सच्ची शिक्षा का लक्ष्य है।“ - मार्टिन लूथर किंग, जूनियर केन्द्रीय विद्यालय क्र. १ जी.सी.एफ. जबलपुर ने सदैव ही ना सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में नए किर्तीमान स्थापित किए है बल्कि छात्रों का चरित्र निर्माण भी किया है | आज के इस प्रगतिशील समाज में छात्रों की रचनात्मकता एवं सर्जनात्मकता को एक सूत्र में पिरोया है | आज का छात्र कल का एक सफल एवं सुदृढ़ नागारिक बनेगा यह सूत्र कक्षाओं की अवधारणा है ।नित्य नए तकनीकी उपकरणों एवं संसाधनों के बारे में जानकारी एकत्र कर बच्चों को उससे अवगत करता है जिसका कक्षाओं में शिक्षण पद्धति में भरपूर प्रयोग कर सूचीकर बनाया है जिसका प्रभाव स्पष्ट रूप से बच्चों पर भी दिखता है | आज समाज में हम नैतिक मूल्यों का पतन देख रहे है हमारा विद्यालय छात्रों को नैतिक मूल्यों को शिक्षा के माध्यम से पुन: स्थापित कर रहा है इसके अतिरिक्त हमारे विद्यालय में शिक्षकों एवं कुशल प्रशिक्षित अतिथियों द्वारा समय समय पर बच्चों की कैरियर काउंसलिंग ,किशोर शिक्षा आदि पर कार्यशाला का आयोजन निरंतर होता है जो कि बच्चों के चरित्र निर्माण एवं नैतिक मूल्यों को परखने में मददगार होता है पाठ्य सहगामी – क्रियाकलापों का आयोजन बच्चों में एक कुशल प्रतियोगी की भावना का निर्माण करता है (शैक्षणिक गातिविधियों के साथ – साथ ) यादि हम आज की पीढ़ी को शिक्षा के हथियार से सुसज्जित करते है तो निश्चित ही अंधकार के बादल छट जाएगें । The goal of education is not to increase the amount of knowledge but to create the possibilities for a child to invent and discover, to create men who are capable of doing new things. -Jean Piaget
और पढ़ेंअद्यतनीकरण
- कार्यालय आदेश
- आयुक्त, केविसं का प्रभार ग्रहण करने के संबंध में
- वर्ष 2024 एवं 2025 हेतु आरक्षित सूची से स्नातकोत्तर शिक्षक से उप-प्राचार्य के पद पर पदोन्नति आदेश
- वर्ष 2024 एवं 2025 हेतु स्नातकोत्तर शिक्षक से उप-प्राचार्य के पद पर पदोन्नति आदेश की वापसी के संबंध में
- नया केन्द्रीय विद्यालय सबलगढ़, जिला मुरैना, मध्य प्रदेश खोलने के संबंध में ।
- वर्ष 2025 के लिए कनिष्ठ सचिवालय सहायक (JSA) से वरिष्ठ सचिवालय सहायक (SSA) के पद पर विभागीय पदोन्नति (मुख्य पैनल)।
- श्री डी पी पटेल के केविसं(मु.) में उपायुक्त (शैक्षिक) के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में।
- शाला ध्वनि (अप्रैल-जून 2025)
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन में 30.06.2025 को प्राथमिकता श्रेणी-वार नामांकन की स्थिति (राज्यवार)
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन में 30.06.2025 को कक्षा-वार नामांकन की स्थिति (राज्यवार)
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन में 30.06.2025 को प्राथमिकता श्रेणी-वार नामांकन की स्थिति (संभागवार)
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन में 30.06.2025 को कक्षा-वार नामांकन की स्थिति (संभागवार)
- कार्यालय आदेश – स्नातकोत्तर शिक्षक चयनित वेतनमान 2024 ।
- नया केन्द्रीय विद्यालय आई.टी.बी.पी.खुर्दा, जिला खुर्दा, ओडिशा खोलने के संबंध में ।
- प्रतिनियुक्ति के आधार पर अधीक्षरण अभियंता तथा अधिशासी अभियंता के पद भरने के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने के सूचना ।
- श्री डी. मणिवण्णन के केविसं(मु.) में संयुक्त आयुक्त के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में।
- नया केन्द्रीय विद्यालय तालचेर, जिला अंगुल, ओडिशा खोलने के संबंध में ।
- ऐसे केन्द्रीय विद्यालयों की सूची जिनके भवन योजनाधीन हैं
- चल रहे विद्यालय भवनों के निर्माण कार्य की स्थिति
- स्थायी विद्यालय भवनों का विवरण
चीजों का अन्वेषण करें
शैक्षणिक योजनाकार
सत्र २०२४-२५ के लिए वार्षिक शैक्षिक योजना
शैक्षिक परिणाम
कक्षा 10 - 99.4%
कक्षा 12 - 99.24 %
बाल वाटिका
बाल वाटिका को प्रारंभिक शिक्षा के लिए तैयार किया गया है |
निपुण लक्ष्य
निपुण लक्ष्य शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया कार्यक्रम जो कक्षा 3 तक का फ़ौन्दतिओनल लर्निंग के बारे में बताता है
शैक्षणिक हानि कार्यक्रम का मुआवजा (सीएएलपी)
अध्ययन के नुकसान की भरपाई के लिए एक अनूठा स्कूल स्तर का कार्यक्रम
अध्ययन सामग्री
कक्षा 10 से 12 तक की
अध्ययन सामग्री
कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
नव नियुक्त टीजीटी एसएसटी के लिए इंडक्शन कोर्स - 10 जून 2024 से 14 जून 2024 तक
विद्यार्थी परिषद
सत्र 2024-25 -
स्कूल हेड बॉय - काव्या सिंह लोधी
स्कूल हेड गर्ल - पुष्टी शर्मा
अपने स्कूल को जानें
विद्यालय दक्षिण सिविल लाइंस क्षेत्र में जबलपुर रेलवे स्टेशन से 1.5 KM की दूरी पर स्थित है.
अटल टिंकरिंग लैब
उपलब्ध नहीं
डिजिटल भाषा लैब
भाषा प्रयोगशाला सुनने और बोलने के कौशल के लिए व्यापक और इंटरैक्टिव डिजिटल सामग्री के लिए एक मंच है|
आईसीटी – ई-क्लासरूम एवं प्रयोगशालाएँ
ई-क्लासरूम - स्थापित की है।
21 ई-कक्षाओं में ई-क्लासरूम हैं ।
पुस्तकालय
पुस्तकालय e-Granthalaya की सहायता से पूर्णत: automated है
प्रयोगशालाएँ - भौतिकी/रसायन विज्ञान/जीवविज्ञान
भौतिकी, रसायन, जिव विज्ञान, जूनियर साइंस लैब, स्किल लैब, कंप्यूटर लैब
भवन एवं बाला पहल
बाला - बिल्डिंग का शिक्षण कार्य मे प्रयोग
खेल अवसंरचना (खेल के मैदान)
बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए - खेल कूद आती आवश्यक है |
एसओपी/एनडीएमए
विद्यालय को अग्निशामक साधन और वर्षा जल संचयन प्रणाली से सुसज्जित किया गया है |
खेल
खेल कुद के लिए कैंप
दिनांक 15/06/2024 से 30/06/2024
एनसीसी/स्काउट एवं गाइड
एनसीसी जूनियर विंग तथा सीनियर विंग
भारत स्काउट्स और गाइड्स छात्रों के बीच भाईचारे को विकसित करने |
शिक्षा भ्रमण
शिक्षा भ्रमण छात्रों - छात्राओं के बौद्धिक, तार्किक शक्ति, प्रश्न करने की कला, समझने की शक्ति बढ़ाने के लिए
ओलम्पियाड
क्षेत्रीय स्तर के ग्रीन ओलंपियाड के लिए 06 छात्रों का चयन
प्रदर्शनी - एनसीएससी/विज्ञान/आदि
चित्रांशी ने सेमिनार में राज्यस्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी (आरएसबीवीपी) में तीसरा स्थान हासिल किया
एक भारत श्रेष्ठ भारत
भारत की संस्कृति के बारे मे बच्चों को जानने के लिए एक माध्यम
हस्तकला या शिल्पकला
आर्ट एंड क्राफ्ट - बच्चे को विभिन्न कौशल सिखाए जाते है |
मजेदार दिन
प्राथमिक शिक्षा मे बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शनिवार को fun day के रूप मे विभिन्न गतिविधि की जाती है |
युवा संसद
वर्ष 2016-17 में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान।
वर्ष 2022-23 में क्लस्टर स्तर पर दूसरा स्थान।
पीएम श्री स्कूल
वर्ष २०२३ में विद्यालय को पी एम श्री स्कूल के रूप में चयन किया गया
कौशल शिक्षा
CBSE द्वारा IT - ITes सम्बंधित कोर्स को करवाने के लिए लैब प्रदान की गई है
मार्गदर्शन एवं परामर्श
6 मई 2024 को विद्यालय के पूर्व छात्रो द्वारा Career Counselling and Guidance
सामाजिक सहभागिता
विद्यालय द्वारा स्वछता अभियान तथा वातावरण के प्रति जागरूकता बढाई गयी
विद्यांजलि
विद्यांजलि के माध्यम से, स्वयंसेवक सीधे स्कूलों के साथ बातचीत कर सकते हैं
प्रकाशन
जल्द ही उपलब्ध होगा
समाचार पत्र
समाचार पत्र पट क्लिक करे
विद्यालय पत्रिका
विद्यालय पत्रिका 2023-24
देखें क्या हो रहा है ?
News & Stories about Students, and innovation across the School


केंद्रीय विद्यालय - वार्षिकोत्सव

वार्षिक खेल कूद दिवस
उपलब्धियाँ
शिक्षक
विद्यार्थी
एक्सपोजर विजिट

03/09/2023
150 छात्र-छात्राओ ने डिंडोरी स्थित जीवाश्म पार्क में ज्ञान अर्जन किया
विद्यालय परिणाम
सत्र 2024-25
कुल 164
उत्तीर्ण 163
सत्र 2023-24
कुल 155
उत्तीर्ण 154
सत्र 2022-23
कुल; 171
उत्तीर्ण 163
सत्र 2021-22
कुल 192
उत्तीर्ण 184
सत्र 2024-25
कुल 135
उत्तीर्ण 133
सत्र 2023-24
कुल 131
उत्तीर्ण 130
सत्र 2022-23
कुल 213
उत्तीर्ण 181
सत्र 2021-22
कुल 201
उत्तीर्ण 200